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Abha Chauhan

Abstract

4.0  

Abha Chauhan

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हाइकु- बारिश

हाइकु- बारिश

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नीलगगन,

में छाए हैं बादल।

शोर मचाए।


है इंतजार ,

बारिश के आने का।

नैना तरसे।


बरखा आई,

खुशियां लाई संग।

मस्ती छाई।


प्यास मिटी,

हुई धानी धरती ।

लहलहाए।


भरे पानी में,

देख पंछी नहाते।

मन हर्षाए।


 मनभावन,

सुंदर ये दृश्य।

मन लुभाएं।




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