STORYMIRROR

mridula verma

Inspirational

4  

mridula verma

Inspirational

गुरु पूर्णिमा

गुरु पूर्णिमा

1 min
336

आओ हम सब मिलकर गुरु की 

महिमा का गुणगान करें

जीवन में हमारे अज्ञान मिटाकर

दिव्य ज्ञान का प्रकाश भरें।।


गुरु मन के सारे तिमिर मिटाते,

सूर्य बनकर सदा राह दिखाते।

गुरु हमारे मन के उपवन में,

खुशियों के सुंदर फूल खिलाते।।


गुरु वचन है अनमोल मोती,

हर संकट से हमें बचाते।

जीवन हो जाता उनका जगमग,

जो गुरु चरणों में ध्यान लगाते।।


घनघोर अंधेरा हो कितना भी,

गुरु आशा के दीप जलाते।

उच्च आदर्शों का पाठ पढ़ा कर,

हमारा व्यक्तित्व महान बनाते ।।


कोरा कागज जीवन हमारा,

गुरु उसमें सुंदर रंग भरते हैं।

गुरु का स्थान है सबसे ऊपर,

हम उनको शत शत नमन करते हैं।।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational