भारत माता के वीर
भारत माता के वीर
भारत माता के वीरों ने
आजादी की ठानी थी
अपने लहू के लाल रंग से
लिख दी नई कहानी थी..2
देश पर मर मिटने की अब
बच्चे बच्चे ने ठानी थी
क्रांतिकारियों की ताकत
अब अंग्रेजों को दिखानी थी।।
तिरंगा हाथों में उठाये
झूम रही हर जवानी थी
भारत माता की जय जय कार
गूँज रही हर के आँगन थी।।
अपने लहू के लाल रंग से...
बाँध लिया था सर पर कफन और
अंग्रेजी हुकूमत खाक मे मिटानी थी
क्रांति की ज्वाला दहक रही थी
देश मे आजादी लानी थी।।
अपने लहू के लाल रंग से...
न जाने कितनी सुहागिन हुई थी विधवा
माताओं ने अपने लाल खोए थे
चिताओं के लग गए थे मेले
भारत वासी बहुत रोये थे।।
झूल गए फांसी के फन्दो पर
न जाने कितने चिताओं पर सोए थे
देश प्रेम के अमिट बीज वीरो ने
जन-जन के हृदय मे बोये थे।।
अपने लहू के लाल रंग से...
हँसते-हँसते लाखों वीरों ने
सीने पर अग्रेजों की गोलियाँ खाई थी
तब जाकर आजादी की
स्वर्णिम बेला अपने देश में आयी थी।।
अपने लहू के लाल रंग से...
