जागो युवा
जागो युवा
वसन्तकाल है युवावस्था सर्व शक्तियों से सम्पन्न
इसी काल में इच्छाएं होती प्रचण्ड वेग से उत्पन्न
निरंकुश है युवावस्था इसको बाँध कोई ना पाए
राह पकड़ ले सही अगर तो ये कमाल कर जाए
अपनी शक्ति का एक नशा युवा पर छाया रहता
करता अपने मन की चाहे कोई कुछ भी कहता
चपलता और चंचलता युक्त जवानी की झंकार
तीखी तर्रार इतनी जैसे वीर के हाथों में तलवार
ठान अगर ले युवा तो स्वर्ग बना दे सारा संसार
बुद्धि भ्रमित हो जाए तो युवा मचा दे हाहाकार
कदम इनके अंगद समान और बाजु भी दमदार
इनके ठोस इरादों के आगे हर विघ्न मानता हार
आज के युवा पर भारत माँ को भी तरस आता
शक्तिहीन और दिशाहीन हर युवक नजर आता
डूबता जाए भोग विलास में व्यर्थ समय गंवाता
अज्ञान के वश अपने ही विवेक का गला दबाता
विवेक यदि ना जागा तो हर युवा भटक जाएगा
देवतुल्य बनने के बदले पिशाच वो बन जाएगा
देश को यदि बचाना है तो हर युवा को जगाओ
अपनी क्षमताओं का युवा को एहसास कराओ
फिर से बना दो हे युवाओं भारत देश को महान
आपकी प्रतिभा पर सारा देश करेगा मंगल गान
*ॐ शांति*