तुम मुझे यूं ही कुचलते रहे सहज समझ के अदब करने की गुस्ताखी क्या कर दी मैंने जो लिपटे रहे तुम नज़रो... तुम मुझे यूं ही कुचलते रहे सहज समझ के अदब करने की गुस्ताखी क्या कर दी मैंने जो...
सन्तों की धरा पर कैसे सन्तों की हत्या हो गयी। ऐसा कृन्दन दृश्य देख हर आंख आज रो गयी सन्तों की धरा पर कैसे सन्तों की हत्या हो गयी। ऐसा कृन्दन दृश्य देख हर ...
अक्सर स्त्रियों को नहीं पसंद आती वो निरंकुश सी स्त्रियां जो जी लेती हैं जिंदगी अपनी इच्छा के मु... अक्सर स्त्रियों को नहीं पसंद आती वो निरंकुश सी स्त्रियां जो जी लेती हैं जिंद...
जब न्यायक, अन्यायी हो जाए तब कलम को यज्ञाहुति बना एक कालिका यज्ञ संधान करें जब न्यायक, अन्यायी हो जाए तब कलम को यज्ञाहुति बना एक कालिका यज्ञ संधान करें
अपनी शक्ति का एक नशा युवा पर छाया रहता करता अपने मन की चाहे कोई कुछ भी कहता अपनी शक्ति का एक नशा युवा पर छाया रहता करता अपने मन की चाहे कोई कुछ भी कहता