धुंध से नीर निकाल ही लेंगे नवयुग के बीज को सींचेंगे। धुंध से नीर निकाल ही लेंगे नवयुग के बीज को सींचेंगे।
जैसे अंगद खड़ा पग रोपे खलु द्वार वैसे खड़ा कोरोना को भारत हमारा है। जैसे अंगद खड़ा पग रोपे खलु द्वार वैसे खड़ा कोरोना को भारत हमारा है।
धर्मी सोचता अब अपने संगत आया है अधर्मी अबकी अंगद पांव लाया है। धर्मी सोचता अब अपने संगत आया है अधर्मी अबकी अंगद पांव लाया है।
उसके दु:साहस के समक्ष गन्धर्व यक्ष भी मांगे पानी। उसके दु:साहस के समक्ष गन्धर्व यक्ष भी मांगे पानी।
गरीबी तू सबसे भली, सिंहासन दे जाये ! होती अबला नारी जो, तो लेता ब्याह रचाये !! गरीबी तू सबसे भली, सिंहासन दे जाये ! होती अबला नारी जो, तो लेता ब्याह रचाये !...
अपनी विचार धारा में, पूरा सुधार लाओ यूँ ही खुद को तुम, कमजोर नहीं बनाओ! अपनी विचार धारा में, पूरा सुधार लाओ यूँ ही खुद को तुम, कमजोर नहीं बनाओ!