जियो अपने दम पर
जियो अपने दम पर


अपनी विचार धारा में, पूरा सुधार लाओ
यूँ ही खुद को तुम, कमजोर नहीं बनाओ
किस रस्ते से आ जाती, जीवन में निराशा
किसलिए घेरती है, तेरे मन को ये हताशा
अपने जीवन का, कुछ तो मोल पहचानो
कमजोर नहीं खुद को, शक्तिशाली जानो
सहयोग ना मिलने पर, यूँ ना लड़खड़ाओ
खुद को सिर्फ अपने, बलबूते पर चलाओ
किसी से मदद की, मन में ना रखो आशा
मदद ना मिली तो, अनुभव होगी निराशा
अपनी सोई हुई, शक्तियां फिर से जगाओ
अपने दम पर खुद को, पूरा समर्थ बनाओ
अंगद के पांव समान, तुम दृढ़ निश्चय करो
जो होगा देखा जाएगा, बिल्कुल नहीं डरो
पूरी शक्ति लगाकर, मंजिल को तुम पाओ
अपने जीवन को, सर्वोत्तम महान बनाओ!