गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु
गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु
माता-पिता के बाद किसका है स्थान
जो सिर के ऊपर रहता है गुरु है उसका नाम
जो सिखाता है वही तो है गुरु
गलत से सही का सिख्सन गुरु से ही होता है शुरु
गुरु है सर्वोपरि, गुरु का वचन ही है सर्वश्रेष्ठ
गुरु के आशीर्वाद से हर काम में होते हैं हम उत्कृष्ट
गुरु रहते हैं सदा मेरे सिर में, गुरु को मेरी प्रणाम
खतरों में पड़ने पर आता है गुरु गुरु नाम ।।