गुफ्तगू
गुफ्तगू
गुफ्तगू को आगे बढ़े
शब्द समाप्त लानत बढ़े
मेरी मजबूरियां ने मुझे खड़े रखा
बरना कौन शौक से आयत पढ़े
तेरी सीरत में बो कमाल का जादू
तू गिरे तो सबसे पहले मैं हाथ दूं
तेरे सहारे ही तो मैंने भी चलना शुरू किया
तू ही अब मुझे बोले मैं क्यों तेरा साथ दूं
