गीत मेरे मन के
गीत मेरे मन के
हमनशीं तुमसे प्यार कितना है
कह नही सकते
मर तो सकते हैं तेरे बिन जी नही सकते
इश्क में कोई..लुटा बैठा..अपना सारा जहाँ
जिंदा..मिसाले है..तू देख कितनी यहाँ
इश्क़ समन्दर है इसे कतरा
हम कह नही सकते
मुसको आवारा समझके..ना फैर निगाहें
तेरा इन्तेज़ार किया बस्सो..खोलके बाँहें
प्यार कितना है तेरे लिए
जता भी नहीं सकते
हमनशीं तुमसे प्यार कितना है
कह नहीं सकते
मर तो सकते हैं तेरे बिन
जी नही सकते

