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Ms. Nikita

Tragedy Others

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Ms. Nikita

Tragedy Others

घुटन

घुटन

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हर पल हर छिन

हर दिन हर रात

हर राह हर मोड़

एक चिंता-सी 

रहती है

अब इधर से

आग जलेगी

सब धुआँ-धुआँ

हो जाएगा

अब इधर

उद्योग शुरू 

होंगे और

मेरा जीवन

निरा-सा हो जाएगा

इस विषाक्त वायु में

जीवन दूभर

हो जाएगा

मरणोपरांत भी

श्वास मेरा

थर्राएगा

न तो मानवता

सुधरी है और

न ही कोई

इसे सुधार पाएगा

सबका जीवन

घुटन भरा है

और घुटन भरा

रह जाएगा॥ 



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