वही असली शिक्षा कहाँ गुरु शिष्य प्रणाली की वो पवित्र परम्परा कहाँ आज इस रिश्ते को कलंक ... वही असली शिक्षा कहाँ गुरु शिष्य प्रणाली की वो पवित्र परम्परा कहाँ आज इस...
इस विषाक्त वायु में जीवन दूभर हो जाएगा इस विषाक्त वायु में जीवन दूभर हो जाएगा
हे पागल इंसान समय रहते तू सुधर भी जा न तो खेल खत्म हो जायेगा तेरा इस धरती से हे पागल इंसान समय रहते तू सुधर भी जा न तो खेल खत्म हो जायेगा तेरा इस धरती से
अपनों की खुशी के लिए खून की घूंट भी पीए। अपनों की खुशी के लिए खून की घूंट भी पीए।
अपनी मनमानी की खातिर मौत से पहले मौत को दावत दे रहे हैं अपनी मनमानी की खातिर मौत से पहले मौत को दावत दे रहे हैं
बेहतर के चक्कर में कुछ ना कर पाया, उसकी नाकामयाबी के जनाजे निकल गए। बेहतर के चक्कर में कुछ ना कर पाया, उसकी नाकामयाबी के जनाजे निकल गए।