हम रहे ना रहे
हम रहे ना रहे
यह दुनिया है साहब।
यह यूं ही चलती रहेगी।
हम रहे ना रहे हमारे रहने से अपनों को ही फर्क पड़ता है।
और हमारे जाने से भी अपनों को ही फर्क पड़ता है।
क्योंकि दुनिया में तो आपका काम बोलता है।
अच्छे काम करोगे तो अच्छा नाम बोलता है।
बुरे काम करोगे तो बुरा नाम बोलता है।
जिंदगी भर अपनों के लिए जिए।
अपनों की खुशी के लिए खून की घूंट भी पीए।
मगर तो भी अपनों को तुम खुश ना कर पाए।
क्यों नहीं थोड़ा अपने लिए भी जी लिए।
थोड़ा ईश्वर से नाता भी जोड़ लिए
ताकि इहलोक और परलोक दोनों ही सुधर जाए।
