तैयारी
तैयारी
एक मानव रहा
डरा-डरा सा
भयभीत नहीं, तो
निर्भीक कहाँ
प्रयास कर
प्रयास कर
न रो, न खो
दिखा दे
बेरुखे ज़माने को
कि तू करे
प्रयास पूरा
तो बन जाए
नया जहाँ
एक नया समा
एक नया नया
तब रहकर
मानव जीवन में
तू ही
एक रह जाएगा
जिसके जग भी
गुण गाएगा।
एक मानव रहा
डरा-डरा सा
भयभीत नहीं, तो
निर्भीक कहाँ
प्रयास कर
प्रयास कर
न रो, न खो
दिखा दे
बेरुखे ज़माने को
कि तू करे
प्रयास पूरा
तो बन जाए
नया जहाँ
एक नया समा
एक नया नया
तब रहकर
मानव जीवन में
तू ही
एक रह जाएगा
जिसके जग भी
गुण गाएगा।