दो पल
दो पल
दो पल तो
बैठो पास मेरे
लाखों गम़
उभर आएंंगे
दो पल तो
बैठो पास मेरे
सारे जग को
समझाएंगें
इन दो पल में ही
जीवन के
सब सुख
मैं तुमसे
पा लूंगी
न शिकवा होगा
न ही शिकायत
सभी कुछ तो
निपटा लूंगी।
दो पल तो
बैठो पास मेरे
लाखों गम़
उभर आएंंगे
दो पल तो
बैठो पास मेरे
सारे जग को
समझाएंगें
इन दो पल में ही
जीवन के
सब सुख
मैं तुमसे
पा लूंगी
न शिकवा होगा
न ही शिकायत
सभी कुछ तो
निपटा लूंगी।