घुटन
घुटन
धीरे धीरे मेरे दिल में घुटन बढ़ रही है
में नही जानती मेरी ज़िंदगी किस राह पे चल रही है
थोड़ा सकून पाऊं तो सोचूं बैठकर
आखिर ये सांसे चल क्यू रही है
मेरे इश्क को ठुकरा दिया उसने
उसको पाने को मेरी रूह तड़प रही है।
