ये मोहब्बत है शायद
ये मोहब्बत है शायद
आहिस्ता आहिस्ता मोहब्बत हो रही है
मेरी जिंदगी में एक हलचल सी हो रही है
उनको देख कर दिल धड़क उठता है जोर
आजकल ये धड़कन मुंह ज़ोर सी हो रही है
नज़रे चुराए फिरते हैं हम उनसे अब रात दिन
ये कैसी मेरी खुद से ही तकरार हो रही है (तकरार,,लड़ाई)
चाहतों के बारे में सुना था बहुत हमने चाहने वालो से
अब रूबरू चाहतों से मुलाकात हो रही है (रूबरू,,,सामने )
लब हो जाते है खामोश आंखे बोलती है इश्क में
मेरे महबूब से ये कैसी बात हो रही है।