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Abhay kumar Singh

Romance

4  

Abhay kumar Singh

Romance

एकतरफा प्यार

एकतरफा प्यार

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तुम्हारा मुस्कुराना 

मेरे दिल में एतबार देता है, 

तुझे देख ये दिल 

मोहब्बत बेशुमार देता है..


तू चांद तेरी रोशनी 

इबादत है 

तेरी मुस्कान 

मेरे जीने की आदत है, 


तू ख्वाब मेरे जीने मरने की, 

तेरा ये रूह 

इश्क़ हर बार बार देता है, 


बेअसर हूँ मैं

तुम्हारी नज्मो के बिना

तेरा ये हुस्न

दिल को एकतरफा प्यार देता है... 


तू खुबसूरत 

अपनी रौशनी का दीदार करने दे

मेरी चांद 

जरा सा मुझे प्यार करने दे, 


तुझे पाया नहीं अब तक

तुझे खोने से डरता हूँ

ए हमनवा

तू तरबतर इजहार करने दे... 


ख्वाहिश की गलियों से 

गुजर गया हूँ मैं, 

अब हर दफा

ये दिल तुझको याद देता है.. 


बेअसर हूँ मैं

तुम्हारी नज्मो के बिना

तेरा ये हुस्न

दिल को एकतरफा प्यार देता है....



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