एक तू ही तो है
एक तू ही तो है
दूर दूर
खफा खफा
तो
दुनिया भी रहती है
मुझसे
एक तू ही तो है
जिससे सारे दिन के हाल
बाहों में बैठ कर
करती हूँ मैं
अब तू भी
खफा न होना
दूर न होना
जुदा न होना
मेरा ख्याल
मुझे प्यार
मेरा साथ
ये सब
कौन करेगा फिर भला?

