एक साँवली सी रात हो !
एक साँवली सी रात हो !
एक साँवली सी रात हो,
तेरा मेरा साथ हो।
पलकों पर सपने लिए
हाथों में बस तेरा हाथ हो,
एक सांवली सी रात हो !
दिल कोई ख्वाब बुने,
आंखों में बस एक आस हो ।
मुस्कुराते रहे हम बाकी
बस तुम्हारा साथ हो,
एक साँवली सी रात हो !
दिल में छुपी थी जो,
आंखों से ही वह बात हो।
पलकें बस झुकी रहे
दिल से ही संवाद हो,
एक साँवली सी रात हो !
कुछ ख्वाब हम बुने,
कुछ खुदा का साथ हो।
उंगलियों की छुहन जो
दिल तक
पहुंचे,
बस वही एहसास हों,
एक साँवली सी रात हो !
एक शब्द भी ना बोले,
फिर भी सारी बात हो।
इस कदर मिले इस बार के
जन्मों जन्मों का साथ हो,
एक साँवली सी रात हो !
होठों पर मुस्कुराहटें,
आंखों में बस एक तेरा ख्वाब हो।
हल्की सी बरसात हो,
तो कुछ अलग ही बात हो,
एक साँवली सी रात हो !
यूं ही बस चलते रहे,
फूलों की बरसात हो।
आसमां भी कह पड़े,
जहां में बस तुम जैसा ही साथ हो,
एक साँवली सी रात हो !