एक बार तो मुस्करा दो
एक बार तो मुस्करा दो
ज़िंदगी के इस मोड़ पर
एक बार तो मुस्कुरा दो
क्योंकि
तेरे प्यार के नशे में यही
ख़्वाब पलकों में रहता है
और
इतनी सी ख़्वाहिश मेरी
तेरा आईना बस
मेरी आँखों में हो
और तेरी चाहते
मेरी मंज़िल बने
यूँ तो आप,आप और आप भी
खूब पहचानते हो
कभी कभी
मुस्कराहटों का दर्द
बड़ा खामोश होता है
इसलिए दर्द समझने
को सिर्फ
आँखों का आईना ही चाहिए
जहाँ हर चुभन दस्तक देती हो
इसलिए ख़्वाहिश मेरी
तेरा आईना.... बस
मेरी आँखों में ही हो