एक ऐसा फूल
एक ऐसा फूल
कई मोड़ थे ज़िंदगी में
कई राह ऐसे मिले हैं
पर न जाने यह कैसी राह है
जिसमें आप फूल बनकर खिले हैं
एक ऐसा फूल
जिसे तोड़ा न जाए
गुलदस्ता बनाने के लिए
न ही जिसे छोड़ा जाए
खुद से दूर रहने के लिए
एक ऐसा फूल
जिसकी मधुर सुगंध से
महक उठा है मन
छूकर जिसको खिल उठा है
यह चंचल पवन
बस दुआ है यही ईश्वर से
यह राह हमसे न रूठे
यह साथ कभी न छूटे
और यह दिल कभी न टूटे