जिंदगी की सीख
जिंदगी की सीख
वह खुशी ही क्या
जो औरों में बांटने के काबिल न हो
वह दर्द ही क्या
जो औरों के दर्द का अहसास दिलाता न हो
वह दिल ही क्या
जो दूसरों के दिलों को समझता न हो
वह भावना ही क्या
जिसे दूसरों के मन की कद्र न हो।
वो आंखें ही क्या
जो दूसरों की आंखों को पढ़ न सके
वह आंसू ही क्या
जो दूसरों के आंसू पोंछ न सके
वह हंसी ही क्या
जो औरों के गम को भुला न सके
वह सूरत ही क्या
जो औरों के मन को लुभा न सके।
वो बातें ही क्या
जो किसके दिमाग में बस न जाए
वह इम्तिहान ही क्या
जिसका कोई नतीजा निकल न पाए
वह सफर ही क्या
जिसमे कोई हमसफर मिल न जाए
वह रास्ता ही क्या
जिसका कोई मंजिल ढूंढ न पाए।