एहसास
एहसास
वो बया नही करते ,अहसास उनमें भी होते है
जो बोल नहीं सकते,जज़्बात उनमें भी होते हैं
हमसफ़र की तलाश उन आँखों को होती हैं
पर उन को दिल में बसाने वाले नहीं होते हैं
जो सुन नहीं सकते ,अरमान उनमें भी होते हैं
संसार में होती हैं दो चीज़ो से इश्क़ की इबादत,
भोलापन और दीवानगी हद से ज़्यादा बया होते हैं
प्रेम का समन्दर हिलोरे लेता है इन मासूमो के दिलों में,
पर बेज़ुबानो के प्रेम के ज़ख़्म फूल नहीं तमाशा होते हैं
ईश्वर की भूल की सजा क्यूँ इनको है मिली ?
क्यूँ इनकी संवेदनाओं के शब्द नहीं होते हैं
सादगी और सौम्यता का ज्ञान सभी देते हैं
पर तन की सुन्दरता पर मरने वाले करोड़ों होते हैं।
प्यार की यार की तलाश होती है उन को भी,
पर उनकी क़िस्मत में सच्चे हमसफ़र कहाँ होते हैं
काँच और हीरा दोनों ही चमकते हैं महफ़िल में,
पर सच्चे हीरे परख कर सके कोई, वो जौहरी कहाँ होते हैं
इश्क़ की परख हर किसी को नहीं होती ?
अपनी मासूमियत के साथ ये पाकीज़गी के सिकन्दर होते हैं
जो बयाँ नहीं करते अहसास उन में भी होते हैं।

