अब तू बस मेरी इबादत है जिसे हम ज़िन्दगी भर सलामत रखेंगे। अब तू बस मेरी इबादत है जिसे हम ज़िन्दगी भर सलामत रखेंगे।
अपनी मासूमियत के साथ ये पाकीज़गी के सिकन्दर होते है जो बयाँ नहीं करते अहसास उन में भी अपनी मासूमियत के साथ ये पाकीज़गी के सिकन्दर होते है जो बयाँ नहीं करते अहसास उ...
पंछी की तरह खुले आसमान में उड़कर, प्रकृति के सौंदर्य को महसूस करना चाहती हूँ पंछी की तरह खुले आसमान में उड़कर, प्रकृति के सौंदर्य को महसूस करना चाहती हूँ
क्योंकि हर कोई यहाँ जौहरी थोड़ी ही बैठा है। क्योंकि हर कोई यहाँ जौहरी थोड़ी ही बैठा है।
बैल व सांपों संग राख लपेटे, बारात में आये औघड़ दानी। बैल व सांपों संग राख लपेटे, बारात में आये औघड़ दानी।
कृष्ण ने भी वक्त और धैर्य का दामन पकड़ने को कहा, पांडवों दिये ज्ञान में, कृष्ण ने भी वक्त और धैर्य का दामन पकड़ने को कहा, पांडवों दिये ज्ञान में,