दोस्ती
दोस्ती
तेरी दोस्ती को हम इस कदर नवाजेंगे कि,
ज़माना भी इसका दीदार करना चाहेगा।
तू है ही वह अनमोल बेशकीमती हीरा,
जिसकी चाहत हर जौहरी को है।
पर हम भी तुझसे इतना दीदार कर बैठे हैं
कि तुझे खुद से जुदा नहीं कर सकते।
थोड़े खुदगर्ज निकले और चुरा लिया
इस ज़माने की नज़रों से तुझे।
अब तू बस मेरी इबादत है जिसे
हम ज़िन्दगी भर सलामत रखेंगे।