एहसास प्यार का
एहसास प्यार का
अक्सर उस इंसान को देखकर मन मैं कुछ अलग ही एहसास होता है
जिसके जिक्र से ही मेरा मन सपने बुनता है
उसके सामने आते ही मेरी नजरें झूक जाती हैं
उसे देखते ही दिलं मैं कुछ अलग ही हलचल उठती है
अगर कभी नजरें मिल भी जाती है तो उनमे ही खो जाते हैं
उनके अलावा अगर कुछ दिखे तो समझो
हम कही दूर ख्वाबो के शहर में चले जाते हैं
क्या है यह एहसास?
जब पहली बार हम टकराये थे
तो दिलं ने तो जोरो से भागना ही शुरू कर दिया
देखते ही देखते अब हम तो अच्छे दोस्त बन गये है फिर से कुछ अलग ही गीत गाना शुरु किया है
शायद उन्होने भी यह बदलाव को महसुस किया है
इसीलिये तो एक दिन उन्होने अपने दिल का हाल मुझसे बयां किया
उन्होंने कहा "ना जाणे क्यू हम तुम्हे एक नजर देखने लागे है, ना दिखो तो तुम्हे ढुंढने लगे हैं, दीख जाओ तो तुममे खोने लगे हैं, आज से पहले तो नहीं मगर अब हम तुम्हारे होने लगे हैं, सपनो की दुनिया मैं तुमसे खुलकर बातें करने लगे है, मगर तुम सामने आते ही हम गुमसुम रहने लगे हैं, ना जाने अब हम तुममे ही क्यू खोने लगे है, हमे लगता है की शायद हम तुमसे प्यार करने लगे हैं"
यह सुनकर तो हमने अपने आँखो मैं पनाह समुंदर भी बेहने लगा और उन्हे हमने अपना जबाब बताया "जब से आपको देखा तब से हमने आपको चाहा, आपके सिवाय तो हमने किसी को भी नहीं सोचा, फिर आपने क्यू ऐसा सोचा की हमने आपसे कभी प्यार नहीं किया"
यह सुनकर उन्होंने मुस्कुराकर हमे छूआ तो ना जाने क्यू हमे अलग सा ही एहसास हुआ
फिर उन्होंने आँखो से ही इजाजत मांगी और हमने शरमाकर उन्हे अपना जबाब बताया उन्होंने फिर और देर ना करके झट से अपनी बाहों मैं लिया
और ना जाने कहा से तितलियों ने हमारे पेट में नाचना शुरू कर दिया
फिर ना जाने क्यू उनकी वो आँखे हमारी होटो पर गयी और
ना जाने फिर हमे ऐसां क्या हुआ जैसे एकदुसरे पर नशा सा छा गया
और उसी धुंद मैं हमारे होटो ने एकदूसरे को अपने होने का एहसास दिलाया
फिर उन दोनो ऐसां का क्या खूब मिलन हुआ जैसे मानो जन्मो का रिश्ता हो अनोखा
फिर सांस के कमी के कारण बिछडे वो दो दिवाने तो फिर हमारे गालों ने क्यू लाल रंग को इतना खूब सजाया
फिर उसके बाद हमने अपने आप को उनमे ही समाहित किया
ना जाने कब हमारी जिंदगी ने भी यह मोड़ लिया
की उसके चलते हमने हम दोनो को जीवनसाथी बनाया।

