STORYMIRROR

ankita kardile

Romance Tragedy

4  

ankita kardile

Romance Tragedy

आज भी.....

आज भी.....

1 min
424

आज भी वो बातें याद आती हैं

आज भी वो यादें दर्द देती हैं

पर क्या करूं यह मेरा प्यार ही तो है

जो आज भी तुझ पर ही आता है

मुझे किसी का होने नहीं देता और ना ही किसी को मेरा होने देता है

क्या करू अब मैं यह प्यार मेरी जान भी तो नहीं लेता है

जीना चाहती थी तेरे साथ तेरे वादों को पूरा करना चाहती थी

पर क्या करूं अब मैं जो वादे लेकर गया

नहीं है अब मेरे साथ वोह हाथ

क्यों छोडकर गया तू....

सच मैं कोई मुसीबत थी या फिर जाना चाहता था तू

कोई बहाना ना मिला तो परिवार को बीच मैं लाया तू

यह कैसा प्यार था तेरा जो उनको भी ना मना पाया तू

आज भी पलटकर देख मैं वही खडी हूं

जहा छोडकर आया था तू

फर्क सिर्फ इतना है की अब इंसान तो वही है

मगर खुद को बदल लिया है मैने

जीना चाहती थी तेरे लिये मगर अब

खुद को साबित करने की ठानी है मैने

खुद के लिये लडती हूं और खुद के लिये जीती हूं

बस यही फर्क है हम में कि तेरे साथ अब मैं नहीं हूं

शुक्रिया कि तुमने मुझे सिखाया

जिंदगी में खुद के लिये भी लडना पडता है

और लडने के लिये जीना पडता है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance