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Mahesh Sharma Chilamchi

Comedy

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Mahesh Sharma Chilamchi

Comedy

दूल्हे का घोड़ा...

दूल्हे का घोड़ा...

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ढोल और नगाड़े, बजने लगे थे यारो,

थिरकने लगी थीं, खुशियों से दिशा चारों,

गूंजने लगीं जब, शहनाईयां फिज़ां में, 

बड़ा तन के बैठा दूल्हा- घोड़े की पीठ पर,

खुशियों से फूला फूला- घोड़े की पीठ पर,


चिलमची दुनिया का, बेताज शहंशाह है,

दूल्हे सा बंदा परवर, दुनिया में अब कहां है,

झूले ख़ुशी से झूला , घोड़े की पीठ पर,

खुशियों से फूला फूला- घोड़े की पीठ पर,


फूल बदन गुड़िया को, डोली बिठा लाया,

दुनिया की नेमतों का, गट्ठर विदा में पाया,

फूला हुआ बबूला - घोड़े की पीठ पर,

खुशियों से फूला फूला- घोड़े की पीठ पर,


तन के अलाप रागों से, जब वो प्यारा जागा,

खिंचने लगीं टांगें, जब कह के पापा पापा,

गुसिया रहा था मूला - घोड़े की पीठ पर,

बड़ा तन के बैठा दूल्हा- घोड़े की पीठ पर,


बेलनास्त्र लेकर जब, बीबी आ चिल्लाई,

फ़ुरसत नहीं मिली क्या, जो सब्जी नहीं आई,

लंहडे को मैं संभालूं, तुम काम क्या करते हो,

कपड़ों का गट्ठा हूला- घोड़े की पीठ पर,

बड़ा तन के बैठा दूल्हा- घोड़े की पीठ पर,


खुशियों का साबुन, घिसे जा रहा था,

मन मौजी घर में, पिसे जा रहा था,

गट्ठर ख़ुशी का भूला - घोड़े की पीठ पर,

बड़ा तन के बैठा दूल्हा- घोड़े की पीठ पर।


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