STORYMIRROR

नविता यादव

Romance

2  

नविता यादव

Romance

दोस्तों के नाम

दोस्तों के नाम

1 min
550

सांसों से सांसे जुड़ी हों जैसे

मुकद्दर से जैसे मिली हो तुम मुझे

आंखो के तानेबाने में सब अल्फ़ाज़ कह जाती हो

दूर हो पर दिल के करीब रहती हो।


रिश्ते खून के ही नहीं मजबूत होते हैं ,

दोस्ती के रिश्ते हर रिश्ते से बड़े होते हैं

किसी महफ़िल की जरूरत नहीं पड़ती 

मजे उड़ाने के लिए,,,,

हर वो पल महफ़िल से बड़ा बन जाता है,

जब दोस्त खड़े होते हैं अंजुमन में।


हाले दिल बयां कर जाते हैं तब हम 

किसी न किसी को छेड़ जाते हैं तब हम

गमों के सागर को पार कर जाते है तब हम

बच्चों के साथ बच्चे बन खिलखिलाते हैं तब हम

सब कुछ भूल सिर्फ़ ठहाका लगा जोर जोर हंसते हैं तब हम।


दोस्तों के बिना जिंदगी बेरंग सी जान पड़ती है,

हर पल हर घड़ी जिंदगी रेगिस्तान सी लगती है

बहुत याद आती हैं उन सब की

मिलने के लिए दिल में तड़प जवां रहती है।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance