दोस्ती
दोस्ती
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पल दो पल का जीवन सुन लो
सबको गले लगा लो मिल लो
हाथ मिलाकर सबसे आज ही
सबको दोस्त बना लो सुन लो
दोस्त बरगद सा छाँव है सुन लो
तूफाँ में सागर में नाव हैं सुन लो
पड़े फुहार सावन के जैसा जो
वो जीवन का उल्लास हैं सुन लो
दोस्त नहीं कोई साथी सुन लो
मुसीबत में कोई और चुन लो
बचपन से मसान तक रिश्ता
बस दोस्ती का हैं आज ये सुन लो ।।