दो छोटी कविताएं
दो छोटी कविताएं
नाजायज़
नफरत पैदा नहीं कर पाती बच्चे,
प्रेम बच्चे पैदा कर सकता है।
वो बात और है कि,
पैदा होने के बाद
ज़्यादातर बच्चे नफरत के हैं,
और कुछेक प्रेम के भी।
भारी
बादल में हर बूंद
हल्की होती है।
लेकिन हज़ारों लाखों बूंदें
मिलकर प्रकृति बदल सकती हैं।
और पसीने की कुछ सौ बूंदे, उससे बहुत ज्यादा।
