दिल की हसरतें
दिल की हसरतें
दिल की हसरत है कि हम तुम्हें चाहें।
फूल बन के तुम्हारे दिल को महकायें।
कभी ख्वाबों में आकर के हमें यूँ बेचैन करना,
कभी चेहरा दिखा के हमसे यूँ नज़रें फेरना,
दीवाना और ये हमको तुम्हारा बनाये।
दिल की हसरत है कि हम तुम्हें चाहें।
फूल बन के तुम्हारे दिल को महकायें।
ये जिंदगी अब तुम्हारी अमानत है,
तुम्हारी ही अब दिल पर हुकूमत है।
तुमको देखे बिना कैसे खुद को समझायें।
दिल की हसरत है कि हम तुम्हें चाहें।
फूल बन के तुम्हारे दिल को महकायें।
अभी भी हम तो सिर्फ तेरे कायल हैं,
तुमको क्या पता तेरे लिए ही पागल हैं,
हम तो बस तुझको ही अपनायें हैं।
दिल की हसरत है कि हम तुम्हें चाहें।
फूल बन के तुम्हारे दिल को महकायें।