दिल की बातें
दिल की बातें
दिल की जो बातें हैं
आंखों से कह दूं तो
समझ तो लोगे क्या?
इतरातीअंगड़ाई लेती
कहानी को कह दूं तो
सुन तो लोगे क्या?
झिलमिलाती पलकों
की ग़ज़ल लिख दूं तो
पढ़ तो लोगे क्या?
आँचल में लिपटी
सपनों की दास्तां को
हक़ीक़त में बदलोगे क्या?
rong>अपनी ज़ुबाँ में तुमने छुपा कर जो रखा है मेरा नाम तो लोगे क्या? देख कर जो मुड़ जाते हो नज़रें जो मिलाऊँ तो रुख़ तो मिलाओगे क्या? जीवन की साथी जो तुमको बनाऊं तो साथ तो निभाओगे क्या? दिल की जो बातें हैं आंखों से कह दूं तो समझ तो लोगे क्या?