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Pawanesh Thakurathi

Drama

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Pawanesh Thakurathi

Drama

दीये ने जलने से इन्कार कर दिया

दीये ने जलने से इन्कार कर दिया

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इस बार दीपावली में

दीये ने जलने से इन्कार कर दिया


उसे आदत हो चुकी थी

उनके नर्म हाथों के स्पर्श की

उसे आदत हो चुकी थी


उनके चेहरे की रोशनी को

खुद में समेट लेने की

उसे आदत हो चुकी थी उनकी


इसलिए इस बार दीपावली में

दीये ने जलने से मुझे

साफ इन्कार कर दिया।


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