डॉक्टर
डॉक्टर
उलझी कड़ियां हो
मुश्किल घड़ियां हो
बेशर्त तुम्हारे साथ है
डॉक्टर एक शब्द नहीं जज़्बात है
त्योहार है, रविवार है,
या कर्फ्यू वाला बाज़ार है
खुद की तबीयत ठीक नहीं
या घर पे कोई बीमार है
धर्म के दंगे हो,
या हादसा सड़क का
कोरोना जैसी बीमारी हो
या हल्का बुखार हो
बिना ये पूछे
कि तुम्हारा सर कहा झुकता है
हम इलाज के लिए तैयार है
आज जिंदगी मौत का अहसास लिए
अस्पतालों में पड़ी है
जिस बीमारी से आप तर गए है
वो हमारे सामने खड़ी है
पर ना डरेंगे ना झुकेंगे
ना लौट के घर जाएंगे
हम इस वादे के साथ है
डॉक्टर एक शब्द नहीं जज़्बात है
उलझी कड़ियां हो
मुश्किल घड़ियां हो
बेशर्त तुम्हारे साथ है
डॉक्टर एक शब्द नहीं जज़्बात है।