वर्दी
वर्दी
इस देश का है वो मान
बॉर्डर पे खड़ा जवान
वर्दी जड़ी उसकी
और कहे खुद को इंसान
सीरीज के नाम पे
गन्दी फिल्म दिखा रहे
देश को डूबा रहे
दिमाक भी सड़ा रहे
पहले करो बेइज्जती
फिर मांग लो माफी
इतने पढ़े लिखे हो
कैसे करते हो नाइन्साफी
जिसने तुम्हारी रक्षा का प्रण लिया
फिर क्यों उसकी वर्दी को
तार तार किया
वर्दी देश का मान है
देश का वो सम्मान है
उसपे हर देश की पहचान है
बॉर्डर पे खड़े हैं
तभी तुम्हें आराम है
धूप सर्द में खड़ा
उसमे भी एक इंसान है
हटे बॉर्डर से वो
बॉलीवुड भी शमशान है
फिर क्यों सीरीज के नाम पे
हुए हम बदनाम है।