ढूंढो तो सुकून खुद मेंं ही है
ढूंढो तो सुकून खुद मेंं ही है
सुकून के लिये तू दौड़ता रहा है,
सुकून की तलाश न किया कर,
ढूंढो तो सुकून खुद में ही है,
जरा अपने भीतर तू देखकर।
सुकून बाजार मिलता नहीं हैं,
मायूसी को तू अब छोड़ाकर,
ढूंढो तो सुकून खुद में ही है,
उसका एहसास तू किया कर।
दुनिया सब हंगामे से भरी है,
बेकरार दिल को समझाया कर,
ढूंढो तो सुकून खुद में ही है,
अपने दिल से महसूस किया कर।
सुख दुःख का चक्र चल रहा है,
सुख की पलोंं का इंतजार कर,
सुकून तुझे जरूर मिलेगा "मुरली",
खुदा की कयामत पर एतबार कर।
