दायरे
दायरे
आज़ाद है उड़ना चाहें हम
पर दायरे है वहीं के वहीं,
जब उमर बीती आधी से बड़ी
तब जाना हम पंछी ही नहीं!
आज़ाद है उड़ना चाहें हम
पर दायरे है वहीं के वहीं,
जब उमर बीती आधी से बड़ी
तब जाना हम पंछी ही नहीं!