आज के इस वैज्ञानिक युग में , अनेक काम हुए हैं बड़े ही आसान । विज्ञान है भल सेवक मानव आज के इस वैज्ञानिक युग में , अनेक काम हुए हैं बड़े ही आसान । विज्ञान है भ...
किसका डर नहीं यही है रिश्तों की मजबूती किसका डर नहीं यही है रिश्तों की मजबूती
जरा सी अपनी जरा सी ली हुई सी। जरा सी अपनी जरा सी ली हुई सी।
कभी चांद फिर कभी चांदनी कहलाती। कभी चांद फिर कभी चांदनी कहलाती।
काश मैं तुमको जीते वक्त, थोड़ा सा ख़ुद को भी जीने का वक्त देता। काश मैं तुमको जीते वक्त, थोड़ा सा ख़ुद को भी जीने का वक्त देता।
आज जनता याद किया है इन्द्रा के आधातों को। आज जनता याद किया है इन्द्रा के आधातों को।