अबाॅर्शन(गर्भ समापन)
अबाॅर्शन(गर्भ समापन)
आविष्कार विज्ञान के अनेक , सभी बढ़कर एक से एक।
दुरुपयोग उनका कर लिया ,
लक्ष्य जिनका खोज का था नेक।
तकनीक अल्ट्रासाउण्ड है एक,
दे विकृति का सही अनुमान।
विकृति युक्त जो हो गर्भस्थ शिशु ,
गर्भ समापन करें पहचान।
चाहत में मात्र पुत्र की ,
पिशाच की प्रवृत्ति के हो रहे कई हैवान।
भ्रूण कन्या पहचान कर राक्षसी प्रवृत्ति,
ले रही है उनकी जान।
भारी रेडियो - सक्रिय तत्त्व के ,
नाभिक का नियंत्रित विखंडन।
निर्गमित ऊर्जा से लोकहित हो ,
था यही और सही भाव मन ।
परमाणु बम का रूप दे दिया ,
ऐसा स्रोत कर रहा है मानवता का हनन।
था विचार करेगा शिव के सत्य रूप को सुंदर,
पर ये उजाड़ गया चमन।
सुबुद्धि होती सदा ही कल्याणकारी,
विनाश होगा जो बुद्धि गई मारी।
खोज तो एक जड़ शक्ति सी है ,
है परिणति जिसकी सोच पर हमारी।
आज के इस वैज्ञानिक युग में ,
अनेक काम हुए हैं बड़े ही आसान ।
विज्ञान है भल सेवक मानवता का ,
पर है खल स्वामी रखें हम ध्यान।
कुटिल नमूना देखा हम देख चुके हैं
जापान के हिरोशिमा-नागासाकी में।
खुद झेल चुके हैं भोपाल की त्रासदी ,
अब क्या रह गया है बाकी में।
खुद समझें-सीखें हम अब तो खुद सब,
औरों को सिखाकर रोकें बर्बादी।
स्वार्थ भरे-मानवता विरोधी अबाॅर्शन रोकें, प्रभावित जिनसे है आधी आबादी।
