आज के इस वैज्ञानिक युग में , अनेक काम हुए हैं बड़े ही आसान । विज्ञान है भल सेवक मानव आज के इस वैज्ञानिक युग में , अनेक काम हुए हैं बड़े ही आसान । विज्ञान है भ...
हम तो हैं मालामाल हमें क्या है विकास की तकरार, अब चलता हुआ फिर 5 साल बाद आऊंगा। हम तो हैं मालामाल हमें क्या है विकास की तकरार, अब चलता हुआ फिर 5 साल बाद...
फूल बोला कहता हूँ आज मैं तुमसे मेरी ही तरह ये बच्चे मासूम से गरीबी अशिक्षा के शिकार ये पुष्प ... फूल बोला कहता हूँ आज मैं तुमसे मेरी ही तरह ये बच्चे मासूम से गरीबी अशिक्षा ...
दर्द जो क़िस्मत से क़िस्मत वालों को नसीब होता है। दर्द जो क़िस्मत से क़िस्मत वालों को नसीब होता है।
छुक छुक करती जा रही, आबादी की रेल। रोक सको तो रोक लो, होरी धक्कम पेल। छुक छुक करती जा रही, आबादी की रेल। रोक सको तो रोक लो, होरी धक्कम पेल।
पल-पल बढ़ रही, सबको ये डंस रही. पल-पल बढ़ रही, सबको ये डंस रही.