शिव-उमा सा अपना प्यार बस महसूसो उर में भरकर अनंत जन्म जन्मांतर तक। शिव-उमा सा अपना प्यार बस महसूसो उर में भरकर अनंत जन्म जन्मांतर तक।
हाँ मैंने स्वयं नारायण को मोहिनी बनते देखा है। हाँ मैंने स्वयं नारायण को मोहिनी बनते देखा है।
दर्द जो क़िस्मत से क़िस्मत वालों को नसीब होता है। दर्द जो क़िस्मत से क़िस्मत वालों को नसीब होता है।
कृष्ण राधा बनते हैं तो यारों होली होती है। कृष्ण राधा बनते हैं तो यारों होली होती है।
रंगों में डूबा है नादां मन ,चलाए अँखियों ही अँखियों से प्रेम की सतरंगी फुहार मचाए हो रंगों में डूबा है नादां मन ,चलाए अँखियों ही अँखियों से प्रेम की सतरंगी फुहा...