हाँ मैंने स्वयं नारायण को मोहिनी बनते देखा है। हाँ मैंने स्वयं नारायण को मोहिनी बनते देखा है।
जाकर देखो अपनी छत पर, मेरा तिरंगा पाओगे। जाकर देखो अपनी छत पर, मेरा तिरंगा पाओगे।
मोहब्बत कथानक हो गई मोहब्बत भूली यादों का आसरा हो गई। मोहब्बत कथानक हो गई मोहब्बत भूली यादों का आसरा हो गई।
टूटी खाट पर बूढ़ा दम तोड़ता बाप गृहस्थी के बोझ से दबा टूटी खाट पर बूढ़ा दम तोड़ता बाप गृहस्थी के बोझ से दबा
बुझते मन को ज्योति कर दे, मैं वह प्रणय दीप बन जाऊँ बुझते मन को ज्योति कर दे, मैं वह प्रणय दीप बन जाऊँ