पहचान हो जब लाजवाब मकान भी घोसले होते हैं पहचान हो जब लाजवाब मकान भी घोसले होते हैं
मै थामती चली जा रही हूं और मेरी जिंदगी अंजुली भरे रेत की तरह धीरे धीरे झरती चली जा रही मै थामती चली जा रही हूं और मेरी जिंदगी अंजुली भरे रेत की तरह धीरे धीरे झरती ...
तिनका-तिनका, हर रोज, बिखर जाऊँगा.... तिनका-तिनका, हर रोज, बिखर जाऊँगा....
खोज लेती है नया ठिकाना ये गगनचुंबी इमारतें खोज लेती है नया ठिकाना ये गगनचुंबी इमारतें
उदास पेड़ शाम राह देखते पंछी आ बैठे।। ~~~~~~~ कोयल कूक विलुप्त प्राय अब कान तरसे।। उदास पेड़ शाम राह देखते पंछी आ बैठे।। ~~~~~~~ कोयल कूक विलुप्त प्राय अब का...
टूटी खाट पर बूढ़ा दम तोड़ता बाप गृहस्थी के बोझ से दबा टूटी खाट पर बूढ़ा दम तोड़ता बाप गृहस्थी के बोझ से दबा