गागर मे सागर गागर मे सागर
बुनती है सपने बालू के कुम्बा घर के साथ सहेजना चाहती है अपनी कच्ची हाथों से... बुनती है सपने बालू के कुम्बा घर के साथ सहेजना चाहती है अपनी कच्ची हाथों से...
खोज लेती है नया ठिकाना ये गगनचुंबी इमारतें खोज लेती है नया ठिकाना ये गगनचुंबी इमारतें