भीतर समाहित घूँट-घूँट निरन्तर प्रवाह, तरल सरल। भीतर समाहित घूँट-घूँट निरन्तर प्रवाह, तरल सरल।
मै थामती चली जा रही हूं और मेरी जिंदगी अंजुली भरे रेत की तरह धीरे धीरे झरती चली जा रही मै थामती चली जा रही हूं और मेरी जिंदगी अंजुली भरे रेत की तरह धीरे धीरे झरती ...
शमा को जलाने की चाहत तो परवाने को जल जाने की चाहत शमा को जलाने की चाहत तो परवाने को जल जाने की चाहत