दायरा
दायरा
दायरा तय किया है
सफलता का रस्ता तय है यह
दायरे में जब तक नदी बहती है
जीवन दायिनी तभी तलक रहती है
सीमा को तोड़ जब देती है
घातक उस पल हो जाती है
बूंद जब सीप के अंदर रहती है
तभी बहुमूल्य मोती बनती है
दायरे में रहकर रिश्ते मधुर रहते हैं
वरना बिखर वो जाते हैं
शब्द भी जब तक दायरे में रहते
अजनबी भी दोस्त बन जाते हैं,
हद से बाहर गर हो जाएं
तो दोस्त भी दुश्मन बन जाते हैं।