नीला रंग
नीला रंग
नीला आसमान फैला है दूर तलक
देता है प्रेरणा उड़ान भर चाहे जहां तक
पंख को मजबूत बना फिर आंधियों से क्या डरना
सारा आकाश तेरा है बस मुट्ठी में तू कर सकता
श्याम वर्ण के श्याम हैं कितने ही मनमोहक
कभी गोपाल कहलाते हैं तो कभी कहाते गिरिधर
धरती नीली दिखती है ऊपर से जब देखो
आसमां का प्रतिबिंब है या उसका प्रेम है धरती से देखो।