दान की महत्ता
दान की महत्ता
जाते- जाते जग से,
कुछ ऐसा कर जाइए,
नेत्रदान करके किसी जीवन में
उजियारा फैलाइए,
हर तीन महीने के अंतर पर
रक्तदान कीजिए,
खून की कमी से जूझती साँसों को
जीवनदान दीजिए,
मरणोपरांत ये तन वैसे भी
जल कर भस्म हो जायेगा,
आपके अंगदान से किसी का
जीना आसान हो जायेगा,
किसी के नकारात्मक कथ्यों पर
मत जाइए,
अज्ञान का पर्दा जरा
आँखों से हटाइए,
पते की ये बात
अपने संज्ञान में हमेशा रखना,
जीते हुए-मरते हुए कभी
इन दानों से पीछे नहीं हटना,
हर कोई एक न एक दिन
इस जग से जायेगा,
हाँ ! दान पाने वाला
दान की कहानी ताउम्र सुनायेगा,
इन्सान हो कर गर इन्सान के लिए
ये भी न किया,
तो सोचिये, भावहीन होकर
जीवन जिया तो क्या जिया ?